Param Shakti Peeth

Didi Maa

“पुरुष” कोई लिंग नहीं बल्कि इस “पुर” रुपी शरीर में रहनी वाली चेतना को “पुरुष” कहा गया है।

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Didi Maa

संसार में कहीं भी अपने आराध्य का दर्शन कर सको, ऐसी चित्तवृत्ति प्राप्त करने के लिए सद्‌गुरु की शरण ली जाती है।

संसार में कहीं भी अपने आराध्य का दर्शन कर सको, ऐसी चित्तवृत्ति प्राप्त करने के लिए सद्‌गुरु की शरण ली जाती है। Read More »

Didi Maa

जगत में अनुकूलताओं की लालसा देवताओं ही नहीं बल्कि दानवों के भी कदमों में नाक रगड़वाती है।

जगत में अनुकूलताओं की लालसा देवताओं ही नहीं बल्कि दानवों के भी कदमों में नाक रगड़वाती है। Read More »

Didi Maa

जिस व्यवहार की अपेक्षा हम औरों से करते हैं, वो हमारे स्वयं के जीवन में औरों को दिखना चाहिए।

जिस व्यवहार की अपेक्षा हम औरों से करते हैं, वो हमारे स्वयं के जीवन में औरों को दिखना चाहिए। Read More »

Didi Maa

जैसे एक नदी मार्ग की बाधाओं से टकरा कर और भी वेगवती होती जाती है, वैसे ही हमें भी जीवन संघर्षों से जूझ कर और अधिक मजबूती से जीवन पथ पर आगे बढ़ना चाहिए।

जैसे एक नदी मार्ग की बाधाओं से टकरा कर और भी वेगवती होती जाती है, वैसे ही हमें भी जीवन संघर्षों से जूझ कर और अधिक मजबूती से जीवन पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। Read More »