“पुरुष” कोई लिंग नहीं बल्कि इस “पुर” रुपी शरीर में रहनी वाली चेतना को “पुरुष” कहा गया है। Leave a Comment / Uncategorized / didimaa Facebook Twitter Youtube “पुरुष” कोई लिंग नहीं बल्कि इस “पुर” रुपी शरीर में रहनी वाली चेतना को “पुरुष” कहा गया है। Read More »
संसार में कहीं भी अपने आराध्य का दर्शन कर सको, ऐसी चित्तवृत्ति प्राप्त करने के लिए सद्गुरु की शरण ली जाती है। Leave a Comment / Uncategorized / didimaa Facebook Twitter Youtube संसार में कहीं भी अपने आराध्य का दर्शन कर सको, ऐसी चित्तवृत्ति प्राप्त करने के लिए सद्गुरु की शरण ली जाती है। Read More »
जगत में अनुकूलताओं की लालसा देवताओं ही नहीं बल्कि दानवों के भी कदमों में नाक रगड़वाती है। Leave a Comment / Uncategorized / didimaa Facebook Twitter Youtube जगत में अनुकूलताओं की लालसा देवताओं ही नहीं बल्कि दानवों के भी कदमों में नाक रगड़वाती है। Read More »
जिस व्यवहार की अपेक्षा हम औरों से करते हैं, वो हमारे स्वयं के जीवन में औरों को दिखना चाहिए। Leave a Comment / Uncategorized / didimaa Facebook Twitter Youtube जिस व्यवहार की अपेक्षा हम औरों से करते हैं, वो हमारे स्वयं के जीवन में औरों को दिखना चाहिए। Read More »
जैसे एक नदी मार्ग की बाधाओं से टकरा कर और भी वेगवती होती जाती है, वैसे ही हमें भी जीवन संघर्षों से जूझ कर और अधिक मजबूती से जीवन पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। Leave a Comment / Uncategorized / didimaa Facebook Twitter Youtube जैसे एक नदी मार्ग की बाधाओं से टकरा कर और भी वेगवती होती जाती है, वैसे ही हमें भी जीवन संघर्षों से जूझ कर और अधिक मजबूती से जीवन पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। Read More »
अनन्त परमात्मा से अनन्त मिलन का अनुभव, जीवन की सर्वोत्तम उपलब्धि है। Leave a Comment / Uncategorized / didimaa Facebook Twitter Youtube अनन्त परमात्मा से अनन्त मिलन का अनुभव, जीवन की सर्वोत्तम उपलब्धि है। Read More »