हमारे असली नायक कौन हैं, कौन हैं जो आपको प्रेरणा देते हैं ? कदाचित प्रातःकाल उठते ही स्वामी विवेकानंद, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आज़ाद, समुन्दर की उत्ताल तरंगों में पौरुष का अभिलेख लिखने वाले, अंडमान की काली कोठरी में पत्थर से दीवारों पर अपने हृदय के रक्त से शौर्य की कहानी लिखने वाले वीर सावरकर दिल में बसे होने चाहिए। आदर्श बनाइये तो किसी बड़े को बनाइये। प्रेरणा लीजिये तो किसी ऐसे पुरुष की प्रेरणा लीजिये जो आपको उद्दात शिखरों तक पहुंचा दे इसलिए ज़िंदगी में उन्हें देखिये जिन्हे मरने के बाद भी मौत उन्हें मार न सकी।
