Didi Maa

जैसे एक नदी मार्ग की बाधाओं से टकरा कर और भी वेगवती होती जाती है, वैसे ही हमें भी जीवन संघर्षों से जूझ कर और अधिक मजबूती से जीवन पथ पर आगे बढ़ना चाहिए।

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